Answered • 07 Sep 2025
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स्वामी विवेकानंद ने 'जनसेवा ही ईश्वर सेवा' का संदेश दिया। उनका मानना था कि ईश्वर गरीबों, दीन-दुखियों और वंचितों में निवास करता है। अगर हम ईश्वर को पाना चाहते हैं, तो हमें उनकी सेवा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक एक भी व्यक्ति भूखा है, तब तक कोई भी धार्मिक कार्य पूरा नहीं हो सकता। उनकी इस सोच ने रामकृष्ण मिशन की स्थापना का आधार रखा।