Answered • 09 Oct 2025
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हाँ, डेटा स्थानीयकरण से डेटा की सुरक्षा बढ़ती है। जब डेटा भारत में रहता है, तो वह भारतीय कानूनों और नियमों के अधीन होता है। इससे सरकार और नियामक एजेंसियों को डेटा की निगरानी और सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद मिलती है। यदि कोई डेटा उल्लंघन होता है, तो जांच और कार्रवाई करना आसान हो जाता है।