Answered • 08 Oct 2025
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शिक्षकों की कमी ग्रामीण शिक्षा पर नकारात्मक प्रभाव डालती है। जब स्कूलों में पर्याप्त शिक्षक नहीं होते, तो एक ही शिक्षक को कई कक्षाओं को पढ़ाना पड़ता है, जिससे सभी छात्रों पर व्यक्तिगत ध्यान देना संभव नहीं हो पाता। इससे शिक्षण की गुणवत्ता गिर जाती है। योग्य शिक्षकों की कमी के कारण छात्रों को सही मार्गदर्शन नहीं मिल पाता। कई बार, गैर-शिक्षण कार्यों के लिए शिक्षकों को उपयोग किया जाता है, जिससे उनके पास पढ़ाने का समय कम हो जाता है। इससे बच्चों की सीखने की क्षमता और शैक्षणिक परिणाम दोनों ही प्रभावित होते हैं।