आईबीपीएस परीक्षा पैटर्न क्या है?

🕒 30 Oct 2025 IBPS परीक्षा पैटर्न 5 Answers

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Sharon KJ
Answered • 16 Nov 2025
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आईबीपीएस परीक्षा का पैटर्न बहुत व्यवस्थित है। इसमें तीन चरण होते हैं। सबसे पहले, प्रीलिम्स परीक्षा होती है, जिसमें तीन विषय होते हैं: अंग्रेजी, गणित (क्वांट) और रीज़निंग। यह परीक्षा पास करने के बाद ही मेंस परीक्षा दे सकते हैं। मेंस परीक्षा में ज़्यादा विषय होते हैं, जैसे अंग्रेजी, गणित, रीज़निंग, सामान्य जागरूकता और कंप्यूटर। इस परीक्षा में पास होने पर इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है, लेकिन यह केवल कुछ पदों के लिए होता है। प्रत्येक चरण में नेगेटिव मार्किंग भी होती है, इसलिए बहुत ध्यान से प्रश्नों का उत्तर देना पड़ता है। कुल मिलाकर, यह एक बहु-स्तरीय प्रक्रिया है जो उम्मीदवार की समग्र योग्यता का परीक्षण करती है।
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Purva Verma
Answered • 14 Nov 2025
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आईबीपीएस (बैंकिंग कार्मिक चयन संस्थान) द्वारा आयोजित विभिन्न परीक्षाओं, जैसे पीओ (प्रोबेशनरी ऑफिसर), क्लर्क और एसओ (स्पेशलिस्ट ऑफिसर) के लिए परीक्षा पैटर्न अलग-अलग होता है, लेकिन कुछ सामान्य चरण सभी में मौजूद होते हैं। आमतौर पर, इन परीक्षाओं में तीन मुख्य चरण होते हैं: प्रारंभिक परीक्षा (Prelims), मुख्य परीक्षा (Mains) और उसके बाद कुछ पदों के लिए साक्षात्कार (Interview) भी होता है। प्रारंभिक परीक्षा का उद्देश्य उम्मीदवारों की प्राथमिक योग्यताओं का आकलन करना होता है। इसमें आमतौर पर तीन विषय होते हैं: अंग्रेजी भाषा, संख्यात्मक योग्यता (Quantitative Aptitude) और तर्कशक्ति (Reasoning Ability)। प्रत्येक विषय के लिए अलग-अलग समय सीमा और प्रश्न संख्या निर्धारित होती है। यह परीक्षा वस्तुनिष्ठ प्रकार की होती है, जिसमें बहुविकल्पीय प्रश्न (Multiple Choice Questions) पूछे जाते हैं। इस चरण में उत्तीर्ण होने वाले उम्मीदवार ही मुख्य परीक्षा में बैठने के पात्र होते हैं। मुख्य परीक्षा प्रारंभिक परीक्षा से अधिक विस्तृत और गहन होती है। इसमें प्रारंभिक परीक्षा के विषयों के अलावा कुछ अतिरिक्त विषय भी शामिल होते हैं, जैसे सामान्य जागरूकता (General Awareness) और कंप्यूटर ज्ञान (Computer Knowledge)। पीओ और एसओ जैसी परीक्षाओं में एक वर्णनात्मक परीक्षा (Descriptive Test) भी हो सकती है, जिसमें निबंध और पत्र लेखन जैसे प्रश्न शामिल होते हैं। मुख्य परीक्षा में प्रत्येक विषय के लिए अलग-अलग समय सीमा और अंक निर्धारित होते हैं। इस चरण में प्राप्त अंकों के आधार पर अंतिम मेरिट सूची तैयार की जाती है। कुछ परीक्षाओं, जैसे पीओ और एसओ, के लिए मुख्य परीक्षा में सफल उम्मीदवारों को साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है। साक्षात्कार का उद्देश्य उम्मीदवार के व्यक्तित्व, संचार कौशल और बैंकिंग क्षेत्र के प्रति उनकी समझ का आकलन करना होता है। अंतिम चयन मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार में प्राप्त अंकों के संयुक्त प्रदर्शन के आधार पर होता है।
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Rohit Jain
Answered • 11 Nov 2025
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आईबीपीएस परीक्षा पैटर्न को तीन भागों में विभाजित किया जा सकता है: प्रारंभिक परीक्षा (Prelims), मुख्य परीक्षा (Mains) और कुछ पदों के लिए साक्षात्कार (Interview)। प्रारंभिक परीक्षा स्क्रीनिंग के लिए होती है, जिसमें रीजनिंग एबिलिटी, क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड और इंग्लिश लैंग्वेज के प्रश्न होते हैं। यह परीक्षा ऑनलाइन मोड में होती है और इसमें 100 प्रश्न होते हैं, जिन्हें 60 मिनट में हल करना होता है। प्रारंभिक परीक्षा में सफल होने वाले उम्मीदवारों को मुख्य परीक्षा के लिए बुलाया जाता है। मुख्य परीक्षा में पांच सेक्शन होते हैं: रीजनिंग और कंप्यूटर एप्टीट्यूड, इंग्लिश लैंग्वेज, क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड, जनरल/फाइनेंशियल अवेयरनेस और कुछ पदों के लिए लेटर राइटिंग/एस्से राइटिंग का एक डिस्क्रिप्टिव पेपर भी होता है। मुख्य परीक्षा का पैटर्न और कठिनाई स्तर प्रारंभिक परीक्षा से काफी अधिक होता है। मुख्य परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर मेरिट सूची तैयार की जाती है। कुछ पदों के लिए, जैसे कि पीओ और एसओ, उम्मीदवारों को साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है। साक्षात्कार का उद्देश्य उम्मीदवार के व्यक्तित्व और बैंकिंग क्षेत्र के बारे में उनके ज्ञान का मूल्यांकन करना होता है। अंतिम चयन मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार में प्राप्त अंकों के संयुक्त प्रदर्शन पर आधारित होता है।
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Ashu Sharma
Answered • 03 Nov 2025
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आईबीपीएस की परीक्षा में सबसे पहले प्रीलिम्स होता है। इसमें 100 सवाल होते हैं और 60 मिनट का समय मिलता है। इसमें इंग्लिश, रीज़निंग और क्वांट होते हैं। प्रीलिम्स में पास होने पर मेंस की परीक्षा होती है, जिसमें 200 सवाल होते हैं और 160 मिनट का समय मिलता है। इसमें रीज़निंग और कंप्यूटर, अंग्रेजी, डेटा एनालिसिस और जनरल अवेयरनेस के सेक्शन होते हैं। मेंस के बाद, कुछ पदों के लिए इंटरव्यू होता है। इंटरव्यू में आपकी पर्सनैलिटी और बैंकिंग से जुड़े ज्ञान को परखा जाता है। इंटरव्यू में पास होने पर फाइनल सलेक्शन होता है। यह एक लंबा प्रोसेस है, लेकिन अगर तैयारी अच्छे से की जाए तो इसे पास करना मुश्किल नहीं है।
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Gaurav Aggrwal
Answered • 30 Oct 2025
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आईबीपीएस परीक्षा का पैटर्न काफी सुव्यवस्थित और चरणबद्ध होता है। यह उम्मीदवारों की योग्यता और ज्ञान को कई स्तरों पर परखता है। पहला चरण प्रारंभिक परीक्षा होता है, जो मुख्य परीक्षा के लिए एक तरह से छटनी का काम करता है। इसमें रीजनिंग, क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड और अंग्रेजी के प्रश्न आते हैं। यह परीक्षा ऑनलाइन होती है और इसमें नेगेटिव मार्किंग भी होती है। प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 0.25 अंक काटे जाते हैं। प्रारंभिक परीक्षा में सफल होने वाले उम्मीदवारों को मुख्य परीक्षा में शामिल होने का मौका मिलता है। मुख्य परीक्षा का पैटर्न प्रारंभिक परीक्षा से थोड़ा अलग और अधिक व्यापक होता है। इसमें रीजनिंग, क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड और अंग्रेजी के अलावा सामान्य जागरूकता (General Awareness) और कंप्यूटर ज्ञान (Computer Knowledge) जैसे विषय भी होते हैं। एसओ और पीओ के लिए, एक डिस्क्रिप्टिव पेपर भी हो सकता है, जिसमें उम्मीदवारों को एक निबंध और एक पत्र लिखने के लिए कहा जा सकता है। यह पेपर बैंकिंग क्षेत्र से जुड़े विषयों पर आधारित होता है। मुख्य परीक्षा में सफल उम्मीदवारों को अंतिम चरण, यानी साक्षात्कार (Interview) के लिए बुलाया जाता है। यह चरण विशेष रूप से पीओ और एसओ जैसी उच्च-स्तरीय पदों के लिए होता है। साक्षात्कार का उद्देश्य उम्मीदवारों के व्यक्तित्व, संचार कौशल, आत्मविश्वास और बैंकिंग क्षेत्र के बारे में उनके ज्ञान का मूल्यांकन करना होता है। साक्षात्कार में प्राप्त अंकों को मुख्य परीक्षा के अंकों के साथ जोड़ा जाता है, और फिर एक अंतिम मेरिट सूची तैयार की जाती है, जिसके आधार पर उम्मीदवारों का चयन किया जाता है।

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