Answered • 16 Sep 2025
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संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के मुताबिक, 2025 में भारत की लगभग 68% आबादी कामकाजी उम्र (15 से 64 वर्ष) वाली होगी। यह 'जनसांख्यिकीय लाभांश' (डेमोग्राफिक डिविडेंड) का एक बड़ा अवसर है, जहाँ युवा और कामकाजी आबादी आर्थिक विकास को बढ़ावा दे सकती है। हालाँकि, इस लाभांश का फायदा उठाने के लिए पर्याप्त रोज़गार के अवसर और नीतिगत समर्थन की आवश्यकता होगी।