Answered • 09 Sep 2025
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गिग इकोनॉमी एक ऐसा बाजार है जिसमें अस्थायी और शॉर्ट-टर्म जॉब्स (जिन्हें 'गिग्स' कहा जाता है) बहुत आम हैं। इसमें पारंपरिक फुल-टाइम नौकरी के बजाय, लोग छोटे-छोटे प्रोजेक्ट्स या असाइनमेंट पर काम करते हैं। फ्रीलांसिंग, राइड-शेयरिंग और डिलीवरी सर्विसेज इसी का हिस्सा हैं। यह लोगों को अपने काम में अधिक लचीलापन देता है और कंपनियों को भी कम लागत में काम करवाने का मौका मिलता है।