Answered • 16 Sep 2025
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प्रतिकारी टैरिफ तब लगाया जाता है जब कोई देश यह मानता है कि दूसरा देश अपने निर्यातकों को सब्सिडी या आर्थिक सहायता दे रहा है। सब्सिडी के कारण उस देश के उत्पाद अनुचित रूप से सस्ते हो जाते हैं, जिससे घरेलू उद्योग को नुकसान होता है। प्रतिकारी टैरिफ का उद्देश्य उस सब्सिडी के प्रभाव को बेअसर करना है, ताकि सभी उत्पाद एक समान प्रतिस्पर्धा के स्तर पर हों। यह अक्सर एक जवाबी कार्रवाई के रूप में लगाया जाता है।