Answered • 11 Sep 2025
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साल 2016 में हुई नोटबंदी ने Paytm के सफर में एक बड़ा मोड़ ला दिया। जब देश में कैश की कमी हुई, तो लोगों ने डिजिटल लेनदेन के विकल्पों की तलाश की। इस दौरान, Paytm ने तेजी से अपनी सेवाएं बढ़ाईं और घर-घर तक पहुंच बनाई। व्यापारियों ने भी QR कोड का इस्तेमाल शुरू किया, जिससे छोटे-बड़े सभी तरह के लेनदेन आसान हो गए। नोटबंदी ने Paytm को भारत में डिजिटल भुगतान का पर्याय बना दिया और इसकी लोकप्रियता में कई गुना वृद्धि हुई।