Answered • 06 Sep 2025
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NH44 पर कई महत्वपूर्ण सुरंगें हैं, जो यात्रा को सुरक्षित और आसान बनाती हैं। जम्मू और कश्मीर में पंथियाल और मागरकोट के बीच 870 मीटर लंबी टी5 सुरंग (T5 Tunnel) एक ऐसा ही उदाहरण है। इस सुरंग का निर्माण भूस्खलन-प्रवण क्षेत्र से बचने के लिए किया गया था, जिससे यात्रियों की सुरक्षा बढ़ती है और यात्रा का समय भी कम हो जाता है।