Answered • 29 Sep 2025
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मथुरा और वृंदावन में जन्माष्टमी की तैयारियां 10 दिन पहले से ही शुरू हो जाती हैं। यहां के मंदिरों, विशेषकर श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर और बांके बिहारी मंदिर में भव्य सजावट की जाती है। इस दिन मंदिरों में रासलीला, भजन, कीर्तन और प्रवचन का आयोजन होता है। मध्यरात्रि में, भगवान का पंचामृत से अभिषेक किया जाता है और 56 भोग का प्रसाद चढ़ाया जाता है। लाखों भक्त इस उत्सव में शामिल होने के लिए मथुरा और वृंदावन पहुंचते हैं।