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Rohit Jain
Answered • 08 Nov 2025
Approved
आईबीपीएस पीओ 2025 का सिलेबस समझना सफलता की पहली सीढ़ी है। प्रीलिम्स के लिए, आपको रीजनिंग, क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड और अंग्रेजी में अपनी गति और सटीकता पर काम करना होगा। रीजनिंग में पजल्स और सीटिंग अरेंजमेंट पर ज्यादा ध्यान दें क्योंकि ये कुल अंकों का एक बड़ा हिस्सा होते हैं। क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड के लिए, डेटा इंटरप्रिटेशन के सवालों को हल करने की बहुत प्रैक्टिस करें। मेन्स का सिलेबस प्रीलिम्स की तुलना में अधिक चुनौतीपूर्ण है। इसमें रीजनिंग और कंप्यूटर एप्टीट्यूड का संयुक्त खंड, सामान्य/बैंकिंग जागरूकता, डेटा एनालिसिस और इंटरप्रिटेशन, और अंग्रेजी भाषा (डिस्क्रिप्टिव) शामिल हैं। आपको करेंट अफेयर्स के लिए नियमित रूप से समाचार पत्र और मासिक पत्रिकाएं पढ़नी चाहिए। बैंकिंग जागरूकता के लिए, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई), विभिन्न सरकारी योजनाएं, बैंकिंग की शर्तें और हाल के वित्तीय समाचारों पर ध्यान दें। डिस्क्रिप्टिव पेपर के लिए, विभिन्न विषयों पर निबंध और पत्र लिखने का अभ्यास करें।
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Vipin Koshy
Answered • 13 Oct 2025
Approved
आईबीपीएस पीओ 2025 के लिए तैयारी करने वालों को सिलेबस को अच्छे से समझना चाहिए। प्रीलिम्स का सिलेबस वही होता है जो बैंकिंग परीक्षाओं में आम है, जिसमें रीजनिंग, क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड और अंग्रेजी शामिल हैं। रीजनिंग में पजल और सीटिंग अरेंजमेंट सबसे महत्वपूर्ण हैं, जो आमतौर पर 15-20 नंबर के होते हैं। क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड में डेटा इंटरप्रिटेशन के अलावा, अंकगणित के सभी प्रमुख विषय जैसे समय और दूरी, लाभ और हानि, साझेदारी, मिश्रण आदि महत्वपूर्ण हैं। अंग्रेजी में ग्रामर के नियम, रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन और वोकैबुलरी पर ध्यान देना चाहिए। मेन्स परीक्षा में, रीजनिंग और कंप्यूटर एप्टीट्यूड को एक साथ जोड़ दिया गया है, और सामान्य जागरूकता (जिसमें बैंकिंग जागरूकता और करेंट अफेयर्स शामिल हैं) एक अलग खंड है। इसके अलावा, डेटा एनालिसिस और इंटरप्रिटेशन का एक अलग खंड भी है जो क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड का ही एक उन्नत रूप है। मेन्स में अंग्रेजी भाषा का भी एक डिस्क्रिप्टिव पेपर होता है। इस परीक्षा को पास करने के लिए सभी विषयों में अच्छी पकड़ होनी चाहिए।
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Rupali
Answered • 08 Oct 2025
Approved
आईबीपीएस पीओ 2025 की तैयारी के लिए, सिलेबस को समझना और उसी के अनुसार एक रणनीति बनाना महत्वपूर्ण है। प्रीलिम्स परीक्षा के लिए, आपको तीन खंडों पर ध्यान देना होगा: अंग्रेजी, क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड और रीजनिंग। क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड में, डेटा इंटरप्रिटेशन, नंबर सीरीज, और सरलीकरण पर ध्यान दें। रीजनिंग में, पजल्स, असमानताएं, और सिलोगिज्म महत्वपूर्ण हैं। मेन्स का सिलेबस व्यापक है और इसमें चार वस्तुनिष्ठ (ऑब्जेक्टिव) खंड और एक वर्णनात्मक (डिस्क्रिप्टिव) खंड शामिल है। ऑब्जेक्टिव खंड में रीजनिंग और कंप्यूटर एप्टीट्यूड, सामान्य/अर्थव्यवस्था/बैंकिंग जागरूकता, अंग्रेजी भाषा, और डेटा एनालिसिस और इंटरप्रिटेशन शामिल हैं। डिस्क्रिप्टिव पेपर में, आपको निबंध और पत्र लेखन का अभ्यास करना चाहिए। बैंकिंग जागरूकता और करेंट अफेयर्स के लिए, आपको पिछले 6 महीनों के समाचारों को कवर करना चाहिए, खासकर बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्र से संबंधित।
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Mushtaq
Answered • 04 Oct 2025
Approved
आईबीपीएस पीओ 2025 का सिलेबस बहुत व्यापक है। प्रीलिम्स में तीन मुख्य खंड हैं: रीजनिंग (पजल्स, इनपुट-आउटपुट, सिलोगिज्म), क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड (डीआई, नंबर सीरीज, अंकगणित के विषय) और अंग्रेजी (रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन, क्लोज टेस्ट, एरर डिटेक्शन)। मेन्स में, सिलेबस और भी विस्तृत है। रीजनिंग और कंप्यूटर एप्टीट्यूड एक साथ आते हैं, जिसमें लॉजिकल रीजनिंग, कोडिंग-डिकोडिंग, और कंप्यूटर के बुनियादी ज्ञान से संबंधित प्रश्न होते हैं। सामान्य/अर्थव्यवस्था/बैंकिंग जागरूकता एक महत्वपूर्ण खंड है, जिसमें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय समाचार, बैंकिंग और वित्त से संबंधित योजनाएं, और महत्वपूर्ण सरकारी योजनाएं शामिल हैं। इसके अलावा, डेटा एनालिसिस और इंटरप्रिटेशन एक अलग खंड है जिसमें विभिन्न प्रकार के डीआई सवाल होते हैं। अंग्रेजी भाषा के डिस्क्रिप्टिव पेपर में निबंध और पत्र लेखन का अभ्यास करना आवश्यक है। आपको अपनी तैयारी को इस तरह से प्लान करना चाहिए कि आप प्रीलिम्स और मेन्स दोनों को एक साथ कवर कर सकें, क्योंकि मेन्स का सिलेबस अधिक विस्तृत है।
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Jaivardhan Mittal
Answered • 03 Oct 2025
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आईबीपीएस पीओ 2025 परीक्षा का सिलेबस तीन चरणों - प्रीलिम्स, मेन्स और इंटरव्यू - में विभाजित है। प्रीलिम्स परीक्षा में तीन खंड होते हैं: अंग्रेजी भाषा (रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन, क्लोज टेस्ट, पैरा जंबल्स, स्पॉटिंग एरर्स, फिलर्स), क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड (डेटा इंटरप्रिटेशन, नंबर सीरीज, क्वाड्रेटिक इक्वेशन्स, सिंपलीफिकेशन, और अन्य अंकगणित के विषय जैसे अनुपात, प्रतिशत, लाभ-हानि, समय-कार्य), और रीजनिंग एबिलिटी (पजल्स, सीटिंग अरेंजमेंट, सिलोगिज्म, ब्लड रिलेशन, असमानता, इनपुट-आउटपुट)। मेन्स परीक्षा में ये खंड और अधिक विस्तृत हो जाते हैं। इसमें एक अतिरिक्त खंड कंप्यूटर एप्टीट्यूड और सामान्य जागरूकता (बैंकिंग, अर्थव्यवस्था, करेंट अफेयर्स) का भी होता है। मेन्स परीक्षा में रीजनिंग और क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड का स्तर भी बढ़ जाता है। इसके अलावा, एक डिस्क्रिप्टिव पेपर भी होता है जिसमें एक निबंध और एक पत्र लिखना होता है। उम्मीदवार को इन सभी विषयों पर गहन अध्ययन करना होगा। करेंट अफेयर्स के लिए पिछले 6-8 महीनों के समाचारों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, खासकर बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्र से संबंधित।