Answered • 17 Sep 2025
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फर्जीवाड़े से सरकारी नौकरियों की विश्वसनीयता पूरी तरह से प्रभावित होती है। जब लोगों को यह पता चलता है कि योग्य उम्मीदवार को नहीं बल्कि पैसे या पहुंच वाले व्यक्ति को नौकरी मिल रही है, तो उनका सरकारी सिस्टम पर से विश्वास उठ जाता है। इससे मेहनती युवाओं में निराशा और गुस्सा बढ़ता है। सरकार की छवि को भी नुकसान होता है और यह दर्शाता है कि सिस्टम में पारदर्शिता और निष्पक्षता की कमी है। यह एक गंभीर खतरा है।