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Girija Warrier
Answered • 17 Nov 2025
Approved
आईबीपीएस क्लर्क बनने के लिए आपको प्रीलिम्स और मेन्स दोनों परीक्षाओं का सिलेबस पढ़ना होगा। प्रीलिम्स के लिए, आपको गणित (क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड), तर्कशक्ति (रीजनिंग) और अंग्रेजी भाषा पर ध्यान देना चाहिए। गणित में, डीआई, क्वाड्रेटिक इक्वेशन और अंकगणित के प्रश्न महत्वपूर्ण होते हैं। रीजनिंग में, पजल्स, सीटिंग अरेंजमेंट और कोडिंग-डिकोडिंग पर विशेष ध्यान दें। अंग्रेजी के लिए, अपनी रीडिंग स्पीड और ग्रामर को सुधारें। मेन्स परीक्षा में, प्रीलिम्स के विषयों के अलावा सामान्य / वित्तीय जागरूकता और कंप्यूटर योग्यता भी शामिल होती है। सामान्य जागरूकता के लिए, पिछले 6-8 महीनों के करेंट अफेयर्स और बैंकिंग से संबंधित समाचारों को पढ़ना चाहिए। कंप्यूटर योग्यता के लिए, कंप्यूटर के बुनियादी ज्ञान जैसे एमएस ऑफिस, इनपुट-आउटपुट डिवाइस, और इंटरनेट के बारे में पढ़ना चाहिए। परीक्षा पास करने के लिए इन सभी विषयों को अच्छी तरह से पढ़ना और नियमित रूप से अभ्यास करना आवश्यक है।
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Satyam Kumar
Answered • 17 Nov 2025
Approved
क्लर्क की परीक्षा पास करने के लिए मैंने एक स्मार्ट रणनीति अपनाई थी। मैंने सबसे पहले गणित को मजबूत किया, क्योंकि यह स्कोरिंग विषय है। मैंने सभी फॉर्मूलों को याद किया और रोजाना कम से कम 20-30 सवाल हल किए। रीजनिंग में मैंने पजल और सीटिंग अरेंजमेंट पर ज्यादा प्रैक्टिस की, क्योंकि ये थोड़े समय में ज्यादा नंबर दिलाते हैं। अंग्रेजी के लिए, मैंने रोजाना अखबार पढ़ना शुरू किया, जिससे मेरी रीडिंग स्पीड और वोकैबुलरी दोनों सुधरी। मेन्स परीक्षा के लिए मैंने सामान्य जागरूकता पर विशेष ध्यान दिया। मैंने रोजाना समाचार पत्र पढ़ा और मासिक करेंट अफेयर्स पत्रिकाओं को फॉलो किया। कंप्यूटर के लिए मैंने एक बेसिक किताब पढ़ी और ऑनलाइन क्विज हल किए। सबसे महत्वपूर्ण बात, मैंने बहुत सारे मॉक टेस्ट दिए। मॉक टेस्ट से मुझे यह समझने में मदद मिली कि मुझे किन विषयों पर और काम करने की जरूरत है। कुल मिलाकर, एक संतुलित और अनुशासित पढ़ाई ही सफलता की कुंजी है।
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Amitava Dasgupta
Answered • 15 Nov 2025
Approved
क्लर्क बनने के लिए, उम्मीदवारों को 10+2 के स्तर के सभी विषयों पर अच्छी पकड़ होनी चाहिए। परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्न इसी स्तर के होते हैं। आपको गणित में बुनियादी अंकगणित, बीजगणित और डेटा इंटरप्रिटेशन पर ध्यान देना चाहिए। रीजनिंग में, पहेलियों को हल करने की क्षमता, तार्किक सोच और विश्लेषण की क्षमता महत्वपूर्ण है। अंग्रेजी में, व्याकरण के नियमों का ज्ञान, वाक्यों की संरचना और पढ़ने की समझ पर काम करना चाहिए। मेन्स परीक्षा में सामान्य ज्ञान और कंप्यूटर ज्ञान भी आवश्यक हैं। सामान्य ज्ञान में, आपको बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्र से संबंधित हाल के घटनाक्रमों पर विशेष ध्यान देना चाहिए। कंप्यूटर ज्ञान के लिए, माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस (वर्ड, एक्सेल, पॉवरपॉइंट), इंटरनेट, और कंप्यूटर के हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर की बुनियादी समझ होनी चाहिए।
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Amitava Dasgupta
Answered • 11 Nov 2025
Approved
क्लर्क बनने के लिए आपको मुख्य रूप से तीन विषयों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए: गणित (क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड), रीजनिंग, और अंग्रेजी भाषा। बैंकिंग क्लर्क परीक्षा के लिए इन तीनों विषयों का ज्ञान और उन पर अच्छी पकड़ होना आवश्यक है। गणित में आपको अंकगणित (जैसे प्रतिशत, लाभ-हानि, अनुपात), संख्या श्रृंखला (नंबर सीरीज), सरलीकरण (सिंपलीफिकेशन), और डेटा इंटरप्रिटेशन (DI) जैसे विषयों पर ध्यान देना चाहिए। रीजनिंग में, पहेलियां (पजल्स), बैठने की व्यवस्था (सिटिंग अरेंजमेंट), सिलोगिज्म, और ब्लड रिलेशन जैसे विषयों की प्रैक्टिस करनी चाहिए। अंग्रेजी के लिए, रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन, व्याकरण (ग्रामर), और शब्दकोष (वोकैबुलरी) को मजबूत करें। इसके अतिरिक्त, मेन्स परीक्षा में सामान्य जागरूकता (करेंट अफेयर्स और बैंकिंग ज्ञान) और कंप्यूटर ज्ञान भी पढ़ना होता है। इसलिए, अपनी तैयारी में इन सभी विषयों को शामिल करें।
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Vipin Koshy
Answered • 09 Nov 2025
Approved
क्लर्क बनने की परीक्षा में सफलता पाने के लिए, आपको प्रीलिम्स और मेन्स दोनों के लिए अलग-अलग रणनीति के साथ पढ़ना चाहिए। प्रीलिम्स के लिए, गति (स्पीड) और सटीकता (एक्यूरेसी) बहुत महत्वपूर्ण हैं। इसके लिए आपको रीजनिंग, क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड और अंग्रेजी की अधिक से अधिक प्रैक्टिस करनी चाहिए। मेन्स के लिए, आपको अतिरिक्त विषयों जैसे सामान्य जागरूकता और कंप्यूटर ज्ञान पर भी ध्यान देना होगा। हमारी सलाह है कि आप सामान्य जागरूकता के लिए हर दिन एक घंटा समाचार पढ़ने और नोट्स बनाने में बिताएं। कंप्यूटर ज्ञान के लिए, आप बुनियादी कंप्यूटर सिद्धांत की एक किताब से पढ़ सकते हैं। इन सबके साथ, आपको नियमित रूप से मॉक टेस्ट देने चाहिए। मॉक टेस्ट आपको परीक्षा के माहौल से परिचित कराते हैं और आपकी तैयारी के स्तर का सही मूल्यांकन करने में मदद करते हैं। हर मॉक टेस्ट के बाद, अपनी गलतियों का विश्लेषण करें और उन पर काम करें।