Answered • 16 Sep 2025
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भारत में केंद्र-राज्य संबंधों में कई चुनौतियां हैं, जैसे वित्तीय स्वायत्तता, राज्यपाल की भूमिका, और केंद्रीय योजनाओं का क्रियान्वयन। राज्य अक्सर केंद्र सरकार पर वित्तीय संसाधनों पर अधिक नियंत्रण रखने और अपनी नीतियों को राज्यों पर थोपने का आरोप लगाते हैं। इन चुनौतियों को दूर करने के लिए, वित्तीय आयोग की सिफारिशों को प्रभावी ढंग से लागू करना, अंतर-राज्यीय परिषद जैसी संस्थाओं को मजबूत करना और सहकारी संघवाद की भावना को बढ़ावा देना आवश्यक है। एक मजबूत संघवाद के लिए केंद्र और राज्यों के बीच आपसी विश्वास और सहयोग जरूरी है।