Answered • 18 Sep 2025
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भारत की सेमीकंडक्टर क्रांति 'मेक इन इंडिया' पहल को एक नया आयाम देगी। सेमीकंडक्टर चिप्स का स्वदेशी उत्पादन होने से भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल और अन्य तकनीकी उत्पादों का विनिर्माण बढ़ेगा। यह पहल विदेशी कंपनियों को भारत में अपनी विनिर्माण इकाइयां स्थापित करने के लिए आकर्षित करेगी, क्योंकि उन्हें चिप्स के लिए आयात पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। इससे देश में निर्मित उत्पादों की लागत कम होगी और वे वैश्विक बाजारों में अधिक प्रतिस्पर्धी बनेंगे। यह भारत को केवल एक उपभोक्ता बाजार से एक विनिर्माण महाशक्ति में बदलने में मदद करेगा।